जिंदगी की एक अपनी कहानी
Mя᭄𝖗𝖔𝖈𝖐𝖘𝖙𝖆𝖗💠S@NU࿐
जिंदगी ने बहुत हंसाया और हंस हंस के रुलाया पर बहुत कुछ सिखाया और आगे भी बहुत कुछ सिखाएगा जिंदगी एक पूरी किताब की तरह होती है आप जितना सीखना चाहो सीख सकते हो सीखने की कोई उम्र नहीं होती सीखने की कोई सीमा नहीं होती यदि आप सीखने की चाहत रखते हैं किसी को खोने का कोई गम ना रखो किसी को पाने का कोई अभिमान ना रखो शरीर तो बस माटी का मोल है और माटी में मिल जाता है क्या आप जानते हैं कि आप कौन हैं? जी हां आपको लग सकता है कि अरे यह कितना बेहूदा सा सवाल है पर नहीं यह सच में एक सवाल है कि क्या आप जानते हैं कि आप कौन हैं?आप यकीनन कहेंगे कि हां मैं जानता हूं मैं कौन हूं पर मैं कहूंगा यह बात सत्य नहीं है क्योंकि जिस दिन आप स्वयं को जान जाएंगे उस दिन आप जीवन के रहस्य को भी जान जाएंगे हम आज की इस भूचाल सी दुनिया में लगातार परेशानियों से घिरते जा रहे हैं । । और जीवन को तो जैसे परेशानियों ने ही घर ही बना लिया हो हम अपने से ज्यादा कहीं के दूसरों के बारे में सोचते हैं धन दौलत अध्ययन नौकरी परिवार गाड़ी मोबाइल आदि के बारे में सोचते हैं क्या आपके साथ वही होता है जो आप नहीं चाहते या फिर अनचाहा ज्यादातर लोग कहते हैं कि हां मेरे साथ हमेशा वही होता है जो मैं नहीं चाहता और मैं अपनी जिंदगी से परेशान हूं मेरे पास पैसे नहीं है मुझे लोन भरने हैं है फीस जमा करनी है सब अपनी परेशानियों में ही डूबे रहते हैं शायद आप का भी यही जवाब हो पर आपकी यह परेशानियां केवल अभी तक ही थी क्योंकि यह पूरा पढ़ने के बाद यदि आप इन बातों को अमल में लाते हैं तो निश्चित ही आप जीवन के रहस्य को समझ पाएंगे तो चलिए जीवन के इस रहस्य को जानने से पहले अपना रहस्य जान लेते हैं तो मेरा पहला सवाल है आपसे क्या आप भगवान पर विश्वास करते हैं क्या आप ने भूत देखा यदि हां तो अच्छी बात है यदि नहीं तो कोई बात नहीं यह आपकी धारणा के कारण है यानी आपके सोच और विश्वास की उपज है आपकी सोच और आपकी विश्वास ही आपकी धारणा का मुख्य कारण है आप जैसा सोचते हैं और जैसा विश्वास करते हैं दुनिया के तौर-तरीके भी आपको वैसे ही दिखाई पड़ते हैं इसलिए यदि आप जिन चीजों पर विश्वास करते हैं वह आपके लिए होता है आप उन्हीं भावनाओं में जीते हैं और वही सब आपकी जिंदगी में भी घटित होता है जब आप चीजों को सोच रहे होते हैं इसका मतलब है कि आप उन चीजों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं यह हम सब के लिए एक सिद्धांत के रूप में काम करता है इसलिए मेरी हिदायत है कि आप हमेशा अपने प्रति या दूसरों के प्रति एक अच्छी सोच को रखें! अकारण उन चीजों के बारे में न सोचे जिन पर आपका नियंत्रण ना हो क्योंकि ऐसा करना हमारे लिए परेशानियों को बढ़ावा देती है .। असल दुनिया हमारे दिमाग में चल रहे विचारों की श्रंखला से निर्मित होती है और वही हमारे अस्तित्व में आता है शायद आपको ऐसा लग सकता है कि यह बातेंंंंंंंंंं फिजूल की थी पर यहां पर जो मैंने धारणाा रखी वह सचेत भाव की है मैंने जिंदगी के हर पहलू को समझने की कोशिश की है जिंदगी क्या है क्यों है और किस लिए है जिंदगी में दुखी का सबसे बड़ा कारण है लालसा जो एक तो पूरी होती है पर सब नहीं और इन लालसाओं का कोई अंत नहीं और जब आपकी इच्छा पूरी नहीं होती है तब आप दुखi होते हैं आपको पीड़ा पहुंचती है क्या आप खुद को जानने कोशिश करते है अरे साहब समय ही कहां है जिंदगी को समझने के लिए अपनी जिंदगी तो दुनिया की भाग दौड़ में ही लगी है क्यों ऐसा कुछ भी है आपके साथ , है ना याद रखो किसी के पीछे कभी मत भागो वरना खुद की जिंदगी से कब मिलोगे चलो मैं इसेेेेेे कुछ और अन्य तरीकों सेेेेे समझाने की कोशिश करता हमारा शरीर एक रिसीवर की भांति काम करता है वातावरण में जो कुछ भी हो रहा होता है हमारा शरीर उन चीजों को पहचान लेता और हमारेेेेे भावों को जागृत कर देता है अब यह हमारेेेे भाव हमारे विचारों को पूरी तरीके से नियंत्रित करने लग जाते हैं और यह विचार हमारे शरीर को नियंत्रित करनेेेे लग जाते हैं और शरीर कार्य को नियंत्रिित करने लग जाता है इसके बाद होता यह है कि परिणाम हमारेेेे सामने होता और जब हम यह कहते हैं कि यह सब अपने आप हुआ इसमें हमारा कोई हाथ नहीं था तब हम पूरी तरह से गलत हो क्योंकि इस सब का वजह भी हम ही होते हैं मेरा कुल मिलाकर कहना है कि विचार ही जिंदगी को बनाती है हम जो सोचते हैं वहीीी करते हैं और हम जो नहीं सोचते वह भी कर लेते हैं और उसे हम दोषी ठहराते हैं कहते हैं कि परिस्थितिि के अनुसार हमने ऐसा किया यदि आप दूसरों को जानने की बजाय खुद को जानने की कोशिश करें संभवत आप जिंदगी की सभी पहेलियों को समझ पाएंगे 😍😋 हमें भी हुआ है बचपन से ही किसी से किसी और तक Next. लिखूंगा कुछ समय बाद
जिंदगी ने बहुत हंसाया और हंस हंस के रुलाया पर बहुत कुछ सिखाया और आगे भी बहुत कुछ सिखाएगा जिंदगी एक पूरी किताब की तरह होती है आप जितना सीखना चाहो सीख सकते हो सीखने की कोई उम्र नहीं होती सीखने की कोई सीमा नहीं होती यदि आप सीखने की चाहत रखते हैं किसी को खोने का कोई गम ना रखो किसी को पाने का कोई अभिमान ना रखो शरीर तो बस माटी का मोल है और माटी में मिल जाता है क्या आप जानते हैं कि आप कौन हैं? जी हां आपको लग सकता है कि अरे यह कितना बेहूदा सा सवाल है पर नहीं यह सच में एक सवाल है कि क्या आप जानते हैं कि आप कौन हैं?आप यकीनन कहेंगे कि हां मैं जानता हूं मैं कौन हूं पर मैं कहूंगा यह बात सत्य नहीं है क्योंकि जिस दिन आप स्वयं को जान जाएंगे उस दिन आप जीवन के रहस्य को भी जान जाएंगे हम आज की इस भूचाल सी दुनिया में लगातार परेशानियों से घिरते जा रहे हैं । । और जीवन को तो जैसे परेशानियों ने ही घर ही बना लिया हो हम अपने से ज्यादा कहीं के दूसरों के बारे में सोचते हैं धन दौलत अध्ययन नौकरी परिवार गाड़ी मोबाइल आदि के बारे में सोचते हैं क्या आपके साथ वही होता है जो आप नहीं चाहते या फिर अनचाहा ज्यादातर लोग कहते हैं कि हां मेरे साथ हमेशा वही होता है जो मैं नहीं चाहता और मैं अपनी जिंदगी से परेशान हूं मेरे पास पैसे नहीं है मुझे लोन भरने हैं है फीस जमा करनी है सब अपनी परेशानियों में ही डूबे रहते हैं शायद आप का भी यही जवाब हो पर आपकी यह परेशानियां केवल अभी तक ही थी क्योंकि यह पूरा पढ़ने के बाद यदि आप इन बातों को अमल में लाते हैं तो निश्चित ही आप जीवन के रहस्य को समझ पाएंगे तो चलिए जीवन के इस रहस्य को जानने से पहले अपना रहस्य जान लेते हैं तो मेरा पहला सवाल है आपसे क्या आप भगवान पर विश्वास करते हैं क्या आप ने भूत देखा यदि हां तो अच्छी बात है यदि नहीं तो कोई बात नहीं यह आपकी धारणा के कारण है यानी आपके सोच और विश्वास की उपज है आपकी सोच और आपकी विश्वास ही आपकी धारणा का मुख्य कारण है आप जैसा सोचते हैं और जैसा विश्वास करते हैं दुनिया के तौर-तरीके भी आपको वैसे ही दिखाई पड़ते हैं इसलिए यदि आप जिन चीजों पर विश्वास करते हैं वह आपके लिए होता है आप उन्हीं भावनाओं में जीते हैं और वही सब आपकी जिंदगी में भी घटित होता है जब आप चीजों को सोच रहे होते हैं इसका मतलब है कि आप उन चीजों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं यह हम सब के लिए एक सिद्धांत के रूप में काम करता है इसलिए मेरी हिदायत है कि आप हमेशा अपने प्रति या दूसरों के प्रति एक अच्छी सोच को रखें! अकारण उन चीजों के बारे में न सोचे जिन पर आपका नियंत्रण ना हो क्योंकि ऐसा करना हमारे लिए परेशानियों को बढ़ावा देती है .। असल दुनिया हमारे दिमाग में चल रहे विचारों की श्रंखला से निर्मित होती है और वही हमारे अस्तित्व में आता है शायद आपको ऐसा लग सकता है कि यह बातेंंंंंंंंंं फिजूल की थी पर यहां पर जो मैंने धारणाा रखी वह सचेत भाव की है मैंने जिंदगी के हर पहलू को समझने की कोशिश की है जिंदगी क्या है क्यों है और किस लिए है जिंदगी में दुखी का सबसे बड़ा कारण है लालसा जो एक तो पूरी होती है पर सब नहीं और इन लालसाओं का कोई अंत नहीं और जब आपकी इच्छा पूरी नहीं होती है तब आप दुखi होते हैं आपको पीड़ा पहुंचती है क्या आप खुद को जानने कोशिश करते है अरे साहब समय ही कहां है जिंदगी को समझने के लिए अपनी जिंदगी तो दुनिया की भाग दौड़ में ही लगी है क्यों ऐसा कुछ भी है आपके साथ , है ना याद रखो किसी के पीछे कभी मत भागो वरना खुद की जिंदगी से कब मिलोगे चलो मैं इसेेेेेे कुछ और अन्य तरीकों सेेेेे समझाने की कोशिश करता हमारा शरीर एक रिसीवर की भांति काम करता है वातावरण में जो कुछ भी हो रहा होता है हमारा शरीर उन चीजों को पहचान लेता और हमारेेेेे भावों को जागृत कर देता है अब यह हमारेेेे भाव हमारे विचारों को पूरी तरीके से नियंत्रित करने लग जाते हैं और यह विचार हमारे शरीर को नियंत्रित करनेेेे लग जाते हैं और शरीर कार्य को नियंत्रिित करने लग जाता है इसके बाद होता यह है कि परिणाम हमारेेेे सामने होता और जब हम यह कहते हैं कि यह सब अपने आप हुआ इसमें हमारा कोई हाथ नहीं था तब हम पूरी तरह से गलत हो क्योंकि इस सब का वजह भी हम ही होते हैं मेरा कुल मिलाकर कहना है कि विचार ही जिंदगी को बनाती है हम जो सोचते हैं वहीीी करते हैं और हम जो नहीं सोचते वह भी कर लेते हैं और उसे हम दोषी ठहराते हैं कहते हैं कि परिस्थितिि के अनुसार हमने ऐसा किया यदि आप दूसरों को जानने की बजाय खुद को जानने की कोशिश करें संभवत आप जिंदगी की सभी पहेलियों को समझ पाएंगे 😍😋 हमें भी हुआ है बचपन से ही किसी से किसी और तक Next. लिखूंगा कुछ समय बाद
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Happy all tha time
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